
डिप्टी कलेक्टर बनने छोड़ी नायब तहसीलदार और DSP की पोस्ट: CGPSC में बिलासपुर की मृणमयी को दूसरा रैंक, कहा-मायके और ससुराल का मिला सपोर्ट
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की बेटी मृणमयी शुक्ल तिवारी ने CGPSC- 2023 में टॉप फाइव में दूसरा स्थान हासिल की है। उनकी डिप्टी कलेक्टर बनने की जिद ऐसी कि तीन बार सिलेक्ट होने के बाद वह हर बार दोबारा तैयारी करती रहीं। चौथी कोशिश में आखिरकार सफलता मिल गई।
मृणम नर्मदा नगर में रहने वाली मृणमयी अभी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में अधीनस्थ लेखा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि वो साल 2015 से लगातार CG-PSC की तैयारी कर रहीं थीं, जिसमें पहले तीन बार सिविल सर्विस में सिलेक्ट हो चुकीं हैं।
इसमें साल 2017 में नायब तहसीलदार और में डीएसपी का पद छोड़ दी थीं। पिछली बार भी सीजीपीएस में मृणमयी सफलता हासिल कर चुकी हैं।

डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए मृणमयी लगातार कोशिश करती रहीं।
सफलता के लिए लगन और मेहनत जरूरी
मृणमयी ने कहा कि इस बार मैं बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं कर ही थीं। लेकिन, डिप्टी कलेक्टर बनना ही मेरा लक्ष्य था। लगातार कोशिशों के बाद भी मैंने हार नहीं मानी। सब कुछ भगवान और किस्मत पर छोड़कर तैयारी करती रहीं। उन्होंने कहा कि लगातार कड़ी मेहनत और लगन से सफलता जरूर मिलती है।

जॉब के साथ शादी होने के बाद भी मृणमयी मेहनत और लगन के साथ तैयारी में जुटी रहीं।
मायके और ससुराल से मिला सपोर्ट
उन्होंने बताया कि शादी से पहले साल 2018 में लेखा अधिकारी के पद से जॉब शुरू की। इस दौरान भी वह सिविल सेवा की तैयारी करती रहीं थीं। इस बीच साल 21021 में जॉब करते करते शादी तय हो गई और विवाह के बाद भी डिप्टी कलेक्टर का पद पाने के लिए अपनी कोशिशें जारी रखी।
मृणमयी बताती हैं कि इस दौरान तैयारी के लिए मायके के साथ साथ ससुराल वालों के साथ ही पति निलय तिवारी का पूरा सपोर्ट मिला।